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हेल्लो दोस्तों मेरा नाम Babulal KOL है मैं वेस्ट बंगाल का एक छोटे से शहर alipurduar से belong करता हूँ. बहुत से लोग जो मेरे ब्लॉग पे विजिट करते है वो हमेशा मेरी बारे में फेसबुक पे पूछते है कि मैं कौन हूँ और मेरे बारे में जाना चाहते है इसीलिए आज मैं सोचा क्यों ना अपने ऊपर एक आर्टिकल लिख कर आप सबको मेरे बारे में बता दू. इस लेख में मैं अपने बारे में सरे चीज़ आप सभी को पुरे details के साथ बताने वाला हूँ आर्टिकल को ज़रा ध्यान दे पढना आप 

आप सोच रहे होंगे कि मैं babulal कही babulal gaur का कोई रिश्तेदार तो नहीं हूँ न ? तो ऐसा बिकुल नहीं है वो एक मंत्री है जिनका नाम babulal marandi है और मैंने एक आम लड़का हूँ :-D

मैंने अपनी शरुवती पढाई एक प्राइमरी हिंदी गवर्नमेंट स्कूल से कि थी जहा मैंने अपने LKG से क्लास 4 तक वहा बिताये ये वो पल था जब आपको स्कूल जाने और नए दोस्तों से मिलने में दिलचस्पी थी इस समय मेरे स्कूल में मुझसे भी बड़े बड़े लड़के पदते थे जो कि मेरे दोस्त हो गए थे.

उसके बाद मैंने कक्षा ५ से 12 तक कि पढाई एक christain स्कूल ST JOSEPH’S HIGH SECONDARY SCHOOL से कम्पलीट किया ये स्कूल लडको के लिए था और यहा हम सभी लड़के ही पढ़ते थे. 





S.T JOSEPH'S HIGH SCHOOL ALIPURDUAR
S.T JOSEPH'S HIGH SCHOOL ALIPURDUAR

12 के पढाई ख़तम करने के बाद मेरा मन Polytehcnic करने का था क्युकी मुझे मशीन से बहुत लगाओ था ये कैसे काम करता है इसके बारे में मुझे जानने में बहुत रूचि था और मैं पॉलिटेक्निक कि एग्जाम के लिए form फिल कर दिया और एग्जाम दिया लेकिन मेरा math कमजोर होने के वजेह से सायद मेरे वह सिलेक्शन नहीं हुआ और मैंने तब निराश हो कर IGNOU (INDIRA GANDHI NATION OPEN UNIVERSITY) पे अपना ग्रेजुएशन कम्पलीट करने के लिए एडमिशन ले लिया.


और मैंने साथ में यह भी मन बना लिया था कि मुझे जब पॉलिटेक्निक में एडमिशन नहीं मिला तो मैं क्यों ना आईटीआई करू वह भी मैं form भरे लेकिन कम सीट होने के कारन काउन्सलिंग में सिलेक्शन नहीं हो सका. क्युकी लोगो को पता है कि आईटीआई का कितना वैल्यू है रेलवे में या फिर किसी प्राइवेट सेक्टर में. अब मैं अपना ध्यान उन सभी चीजो से हटा कर अपने ग्रेजुएशन पे फोकोउस करने लगा. 


मेरे कॉलेज आने से पहले सोचता था जब कॉलेज जाऊंगा तब बहुत सारे नए दोस्त बनेगे बहुत मज़ा आएगा लेकिन मैं जब कॉलेज आया तब देखा जो आप सपने देखते है असल जिंदगी में बिकुल अलग हे होता है इसका कारण शायद ये भी हो सकता है क्युकी वो एक part-time यूनिवर्सिटी था. जहा सिर्फ शनिवार और रविवार को ही पढाई होती थी.


मैं रविवार को ही ज्यादा कॉलेज जाता था. वह मैंने 3 साल में सिर्फ एक ही अच्छा दोस्त बना पाया जो कि वही का रहने वाला था मेरा college मेरे घर से 30KM दूर था जो कि coochbehar जिले में था. इसीलिए मैं रविवार को अपने कुछ स्कूल दोस्तों के साथ दोपहर के 1 बजे के ट्रेन SILIGURI-DINHATA DEMU से कॉलेज के लिए रवाना होता था और फिर उसी ट्रेन से शाम को 5 बजे वह से वापिस घर कि और रवाना होता था. उस समय मैं पेपर का एक विज्ञापन देखा जहा जॉब के बारे में लिखा था. 


मैं उस इंटरव्यू को देने चला गया जो कि मेरे घर से 4km कि दूरी में था वह मेरा सिलेक्शन हो गया और मैं वह २.५ सालो तक काम किया. और ये वो समय था जब मैंने ब्लॉग्गिंग कि शुरुवात कि थी. तब मैं सिर्फ copy paste कर गानों के वेबसाइट और sunny Leone के wallpers ब्लॉग बनाये थे. आगे फिर मैंने अपना पढाई जारी रखा और पढाई ख़तम किया 

कॉलेज ख़तम होने के लिए ज़िन्दगी से असली फंदे शुरू होंगे लगा जब स्कूल में थे तब मैंने कभी भी नहीं सोचा था कि मुझे आगे चल कर कोई नौकरी करना पड़ेगा. क्युकी भाई आप तो सरे जिंदगी अपने माँ बाप के होटल में तो नहीं रह सकते है ना, 


तब मैंने कोचिंग शुरू किया ताकि sarkari naukri के लिए अप्लाई शुरू करू. वह मैंने २०१३ से पढाई शुरू कि और कुछ रेलवे के परीक्षा भी दिए लेकिन किसी में भी चुनाव नहीं हुआ. देखते देखते ३ साल फिर बीत गया अब मेरा सब्र का बाँध टूटता जा रहा था तब मेरे एक दोस्त ने मुझे एक फाइनेंस कंपनी में आईटी नौकरी के बारे में बताया. ये 2015 का वक़्त था. जिसके इंटरव्यू के लिए मुझे Malda जाना पड़ा जो कि मेरे घर से 300km के करीब है सच में उस समय मेरी फटी पड़ी थी क्युकी मैं कभी अकेले इतनी दूर नहीं गया था.


मन में एक डर सा था क्या मैं इतनी दूर जा सकूँगा और गया भी तो क्या बहार किसी कंपनी में काम कर सोंगा ? लेकिन मैंने अपने डर को लेकर मालदा कि तरह रवाना हो गया. और वह मेरा सिलेक्शन हो गया. लेकिन वह ज़िन्दगी में एक और problem आया जब मुझे कहा गया कि मुझे और 180km दूर जाना होगा.मैंने सोचा ये जॉब छोड़ दू लेकिन मैंने सोचा क्यों ना 1 महीने कर के देखू अगर अच्छा ना लगे तो छोर दूंगा. और मैंने अपना बोरिया बिस्तर ले कर कृष्णानगर जो कि नदिया डिस्ट्रिक्ट में पड़ता है कि और रवाना हो गया.


वह मुझे अच्छे २ दोस्त मिले जिन्होंने मुझे बहुत motivated किया और मैं वह 1.8 महीने तक काम किया. फिर वह से अपने घर के नजदीक एक दुसरे फाइनेंस कंपनी में क्रेडिट मेनेजर कि नौकरी join कर ली वह मैंने 8 महीने तक काम किया फिर उसे भी छोर दिया.

इसी बीच मैंने २०१५ में मैं आईटी जॉब शुरू करने से पहले अपना ब्लॉग devanagaritech को लंच कर दिया था इस मकसद से ताकि मैं भी ऑनलाइन ब्लॉग्गिंग कर पैसे कमाऊ ताकि मुझे कोई नौकरी ना करना पड़े. लेकिन ब्लॉग शुरू करने के २ महीने बाद जब मुझे आईटी का नौकरी मिला तो मैंने उस नौकरी को join कर लिया 

उस समय मैंने सोचा ब्लॉग्गिंग में carrer बंनने में समय लगता है क्यों ना मैं ये नौकरी कर लू इससे मुझे पैसे भी मिलेगा और अपना knowledge भी बढ़ जायेगा. 

2012 ये वो समय था जब मैंने गूगल adsense के बारे में सुना था लेकिन मुझे सहि मैं पता नहीं था कि कैसे इसे अप्लाई करते है और कैसे इससे पैसे कमाते है.

मेरी इंग्लिश भी बहुत ख़राब थी और अब भी है उस समय और ज़्यादातर आर्टिकल इंग्लिश में होते थे और मुझे इंग्लिश पढने में बहुत कठिनिया होती थी. लेकिन वह मैंने एक आर्टिकल किसी तरह से पढ़ा था कि link shortner से पैसे मिलते है. लेकिन क्या सच में पैसे देते है ये पता नहीं था.

उस आर्टिकल को पढ़ के मैंने sunny leone के ब्लॉग पे और गानों के ब्लॉग पे adf.ly का प्रयोग करना शुरू कर दिया उस समय sunny leone के ब्लॉग पे रोजाना 2000 व्यूज आते थे और फिर अचानक एक दिन मुझे DMCA का नोटिस आया मैंने इसके बारे में जब गूगल पे सर्च किया तो मुझे पता चला कि ये नोटिस कॉपीराइट photos के लिए आये थे और मैंने देखा मेरे कुछ ब्लॉग पोस्ट draft में चला गया मैंने फिर उसे draft से उसे पब्लिश कर दिया फिर नोटिस फिर draft फिर पब्लिश ऐसा कुछ दिन चला और एक दिन ऐसा आया जब मेरे ब्लॉग पे एक ईमेल आया कि ब्लॉगर टीम मेरा account suspended कर दिया है. 

मेरे उस समय 5-6 ब्लोग्स थे सारे के सारे डिलीट हो गए मैं बहुत निराश हो गया. बाद मैं मुझे पता चला कि ये सब कॉपीराइट कंटेंट पब्लिश करने के कारन ऐसा हुआ था. उस समय मेरे adf.ly पे 5 डॉलर बन चुके थे तो मैंने तुरंत अपना paypal account बना कर उसपे पेमेंट के लिए request दाल दिया.

और कुछ दिन मुझे 5 डॉलर मिल गया ये वो समय था जब मैंने पहली बार अपने ब्लॉग से पैसे कमाए थे. जैसे ही पैसा मिला मेरा मन सोचा क्यों ना और पैसे कमाऊ.
फिर और बहुत से ब्लॉग शुरू कर दिया और तब से मैं ऑनलाइन पैसे कमाना शुरू कर दिया. फिर मैंने 2015 पे अपना डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी AROLOMA WEB MEDIA PVT LTD शुरू कर दिया जहा लोगो को static website बना कर बेचते थे.

उसके बाद मैंने बहुत से डिजिटल मार्केटिंग के ऑनलाइन कोर्स भी किये है जो कि है :

  • Get certified in the Fundamentals of Digital Marketing
  • G Suite Certification Exam
  • Inbound
  • Social Media Strategy Certification Course