CAB (Citizen Amendment Bill) एक इंग्लिश शब्द का शोर्ट फॉर्म है. इसे हिंदी में नागरिकता संसोधन कानून के नाम से जानते है. भारत में नागरिकता कानून में भारत में वर्तमान सरकार ने एक कानून बनाया है जिससे भारत सरकार भारत में रह रहे लोगो का एक डेटाबेस तैयार करेगा जिससे उन्हें आसानी से पता चल जायेगा भी भारत कि जनसँख्या कितनी है कितने रिलीजियस के लोग रहते है और भी बहुत सारे चीजो के बारे में पता चल जाता है.
Citizenship (Amendment) Act CAA क्या है
जैसा कि हमने पहले ही बताया है कि कैब एक कानून है तो CAA भी कानून ही है बस इसका नाम बदल गया है. CAA को हम cab नाम से भी जानते है इसे भारत सरकार ने 12 दिसम्बर 2019 को को एक बिल के रूप में भारत में लागू कर दिया.
इस CAA के कारण पुरे भारत में इसका प्रदर्शन हुआ और बहुत से लोग ने इसका विरोध किया. सबसे पहले भारत सरकार ने इससे कुछ राज्यों के लिए लागु किया था लेकिन बाद में इससे पुरे भारत में लागु कर दिया.
इस CAA कानून को सबसे पहले अपनाने वाला राज्य असम था
CAA (CAB) कानून क्यों बनाया गया
caa कानून को बनाने का मकसद ये है कि भारत में रह रहे वो नागरिक को भारत के नहीं है ऐसे लोगो को भारत से बहार निकलना वो किसी भी धर्म जैसे हिन्दू, सिख, पारसी, इसाई, अफगानिस्तान, बांग्लादेश, और पाकिस्तान. जो 2014 से पहले भारत में आये और यही बस गए. इस बिल में मुस्लिम समुदाय के लोगो का ज़िक्र नहीं किया गया है. और वो उन् देशो के मुस्लिम धर्मगुरु या अन्य धर्मो से सम्बंधित अप्रवासियो को सामान पात्रता का लाभ नहीं मिलेगा. इस कानून से उन लोगो को ज्यादा फायदा होगा जो दुसरे देशो में रह रहे है तो वह धार्मिक ताना सह कर अपना जीवन बिता है.
CAA के प्रदर्शनकारी मे विरोध ने दौरान बहुत सारी कविताओ और गजल का इस्तेमाल किया
“सब का ख़ुदा है शमिल है, ये मेरी याद आती है; केसी के बाप का हिंदुस्तान थोड़ी है"
मेन घास हूं; मुख्य रूप से धरे पर ऊँ आयूँगा" (मैं घास हूँ, मैं हर जगह उठूँगा ),
"Tanashah आकर जाएंगे, हम कागज़ नही dikhayenge; तुम aansu गैस ucchaaloge, तुम ज़हर ke चाय ubaaloge; हम प्यार की शक्कर gholke उसको, Gat Gat Gat peejaayenge; हम कागज़ नही dikhaayenge"
यहा तक "इंकलाब जिंदाबाद" के नारे भी लगते रहे सरकार ने इस दंगे को बंद करने के बहुत प्रयास किये क्युकी बहुत से भारत के लोग इस कानून के खिलाफ थे और इसको दबाने के लिए पुलिस ने सामूहिक गोलीबारी, लाठीचार्ज, इन्टरनेट बंद, कर्फु 144 धारा तक लगा दिया. हमने अपने रिसर्च से बहुत से इनफार्मेशन कलेक्ट किये है जहा आपको पता चल जायेगा कि इसके पक्ष में कौन कौन है और विपक्ष में कौन है .
CAA (CAB) KE विपक्ष में
- ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन
- असोम जटियाटाबादी युबा चतरा परिषद
- ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन
- छत्र भारती
- पिंजरा टॉड
- समाज के लिए छात्र
- अंबेडकर स्टूडेंट्स एसोसिएशन
- स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ़ इंडिया ( भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) से संबद्ध )
- डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ़ इंडिया ( भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की युवा शाखा )
- नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया ( भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की छात्र शाखा )
- भारतीय युवा कांग्रेस (भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की युवा शाखा)।
- अखिल भारतीय छात्र संघ ( भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन की छात्र शाखा )
- अखिल भारतीय लोकतांत्रिक छात्र संगठन ( भारत के समाजवादी एकता केंद्र (कम्युनिस्ट) से संबद्ध )
- क्रांतिकारी युवा संगठन (केवाईएस)
- बिरसा अम्बेडकर फुले स्टूडेंट्स एसोसिएशन
- ऑल इंडिया कैथोलिक यूनिवर्सिटी फेडरेशन
- ऑल अरुणाचल प्रदेश स्टूडेंट्स यूनियन
- उत्तर पूर्व छात्र संगठन
- जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ
- भारतीय इस्लामी संगठन के छात्र
- कैम्पस फ्रंट ऑफ़ इंडिया
- मिज़ो ज़िरलाई पावल
- ट्विप्रा स्टूडेंट्स फेडरेशन
- ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन
- ऑल इडु मिशमी स्टूडेंट्स यूनियन
- ऑल ताई अहोम स्टूडेंट्स यूनियन
CAA (CAB) KE पक्ष में
- अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ( राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का छात्रसंघ )
- भारतीय जनता युवा मोर्चा ( भारतीय जनता पार्टी की छात्र शाखा )
इस डाटा को हमने विकिपीडिया से कलेक्शन किया है जिसे आप भी देख कर पता कर सकते है क्यों भारत के लोग इस कानून का विरोध कर रहे है.