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MSP क्या है और MSP  का full form हिंदी में


MSP यानी Minimum Support Price जिसके बारे में आज पुरे देश भर के किसान delhi में इसे ले कर आन्दोलन कर रहे है लेकिन हम में से बहुत लोगो को पता नहीं है या होता लेकिन आज हम आप सभी को इस लेख के जरिये MSP  के बारे में पुरे विस्तार से बताने वाले है MSP  को ले कर आय भारत के राजधानी दिल्ली में 144 धरा तक लगा दी गयी है साथ ही इन्टरनेट सेवा भी बंद कर दी गयी है और बहुत सरे किसान भाइयो की इस MSP  आन्दोलन के कारण अपनी जान गवा रहे है

 

किसानो का ये आन्दोलन देख कर नहीं लगता है की ये रुकने वाले है देश के किसान जब तक यह आन्दोलन जारी रखने वाले है जब तक उनकी MSP की मांग सरकार पूरी नहीं कर लेती है

 

MSP क्या है ( What Is MSP Rate? )

 

MSP जो एक इंग्लिश शब्द का शोर्ट रूप है जिसका पूर्ण रूप है Minimum support price है. MSP (Minimum support price) वह गारंटी राशी है जो किसानो को उनकी फसलो के लिए दी जाती है और यह मूल्य भारत सरकार निर्धारित करती है. MSP (Minimum support price) कृषि की लगत और मूल्य आयोग (Commission for Agricultural Costs and Prices- CACP) की शिफरिशो पर की जाती है और ये मूल्य विभिन्न कारको पर विचार कर किया जाता है

 

MSP (Minimum support price) में तय किया जाता है की बाजारों में किसानो की फसल किस दाम पर बेच सकेंगे. और यह तय की गयी कीमत से कम आप अपने अनाजो को बाज़ार में नहीं बेच सकेंगे  अगर इसे साधारण भाषा में समझे तो यह MSP (Minimum support price) फसलो के कीमत में उतर चढ़ाव के बीच किसानो को नुक्सान से बचने के लिए है

 

कौन कौन से फासले MSP (Minimum support price) के अन्दर आते है ?

 

भारत सरकार के कृषि मंत्रालय खरीफ, रबी और बाकी जो भी फासले भारत में कृषि की जाती है सबके साथ MSP (Minimum support price) नियम लागु होता है. MSP अन्दर आने वाले फासले कुछ इस तरह से है

 

 

  • अनाज:

  1. धान का खेत
  2. गेहूँ
  3. मक्का
  4. चारा
  5. बाजरा
  6. जौ
  7. रागी
  8. दालें:
  9. चना/चना/चना
  10. तूर
  11. मूंग
  12. उड़द
  13. मसूर
  14. तिलहन:
  15. मूंगफली
  16. रेपसीड
  17. सोया बीन
  18. तिल
  19. सूरजमुखी
  20. कुसुम
  21. नाइजर बीज

  • वाणिज्यिक फसलें:

  1. खोपरा
  2. गन्ना
  3. कपास
  4. कच्चा जूट

 

न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) भारत सरकार द्वारा निर्धारित कृषि उपज का न्यूनतम मूल्य है। यह किसानों को उनकी फसलों के लिए एक गारंटीशुदा मूल्य प्रदान करता है, ताकि उन्हें बाजार में उतार-चढ़ाव से बचाया जा सके।

 

 

एमएसपी के मुख्य उद्देश्य हैं:


·        किसानों को उनकी उपज के लिए उचित मूल्य सुनिश्चित करना: एमएसपी किसानों को उनकी उपज के लिए कम से कम एक निश्चित मूल्य प्राप्त करने का आश्वासन देता है, भले ही बाजार में कीमतें कम हों।



·        कृषि उत्पादन को प्रोत्साहित करना: एमएसपी किसानों को अधिक से अधिक उत्पादन करने के लिए प्रोत्साहित करता है, जिससे देश में खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा मिलता है।



·        ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना: एमएसपी किसानों की आय में वृद्धि करता है, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलती है।




एमएसपी की गणना कैसे की जाती है?

एमएसपी की गणना कृषि लागत और मूल्य आयोग (सीएसीपी) द्वारा की जाती है। सीएसीपी विभिन्न कारकों को ध्यान में रखता है, जैसे कि उत्पादन की लागत, बाजार मूल्य, मांग और आपूर्ति, और किसानों की आय।


एमएसपी की वर्तमान स्थिति:

वर्तमान में, भारत सरकार 23 फसलों के लिए एमएसपी घोषित करती है। 2023-24 के लिए, धान का एमएसपी ₹2,040 प्रति क्विंटल और गेहूं का एमएसपी ₹2,115 प्रति क्विंटल है।


एमएसपी को लेकर कुछ विवाद भी हैं:


·        कुछ लोगों का मानना ​​है कि एमएसपी किसानों को बाजार में प्रतिस्पर्धी बनने से रोकता है।

·        अन्य लोगों का तर्क है कि एमएसपी सरकार के लिए एक बोझ है और इसे समाप्त कर दिया जाना चाहिए।


एमएसपी भारत सरकार द्वारा किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण नीति है। यह किसानों को उनकी उपज के लिए उचित मूल्य प्राप्त करने में मदद करता है और कृषि उत्पादन को प्रोत्साहित करता है।

 

 

MSP  का फुल फॉर्म हिंदी में क्या होता है ? (MSP full form in hindi)

 

MSP का हिंदी में पूर्ण रूप यानी फुल फॉर्म न्यूनतम समर्थन मूल्य  होता है

 

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